मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

January 09, 2016

मुझे आज तक दो बाते नहीं समझ आयी

सुबह गेट से निकली तो गार्ड आस पास का कचरा जमा करके उसमे आग लगा कर धुँआ फैला रहे थे. मैंने कहा इस तरह जलाने का फाइन २५०० रूपए हैं। बत्तीसी फाड़ दी। फिर आवाज ऊँची करके मैंने कहा की गाडी वालो की गाड़ियां रोकी जा रही हैं और आप प्रदूषण बढ़ा रहे हैं और समझा कर कहने पर दांत फाड़ रहे हैं। 
तब जा कर बोले अब नहीं करेगे। 
मुझे आज तक दो बाते नहीं समझ आयी 
१ कानून को सबके लिए बराबर से क्यों नहीं बनाया / मनवाया जाता। इसको गरीब अमीर मे क्यों विभाजित करदिया जाता हैं ?
२ नीची आवाज में समझाने से बात क्यों नहीं मानी जाती उसका मखौल क्यों होता 

No comments:

Post a Comment

Blog Archive