क्षमा कब मांगनी चाहिये
जब हमको लगता हैं की हम गलत हैं / थे
या
जब हमको लगता हैं इस से विवाद ख़तम होगा
या
महज इस लिये क्युकी कोई चाहता हैं की हम क्षमा मांगे
क्या क्षमा अपनी मानसिक स्थिति पर नियंत्रण के लिये होती हैं या क्षमा महज किसी सामाजिक परिस्थिति के नियंत्रण के लिये होती हैं
वैसे कहा तो जाता हैं
क्षमा शोभती उस भुजंग को जिसके पास गरल हो
उसको क्या जो विष रहीत विनीत सरल हो
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
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जब भी मुझे अपनी गलती, अल्पबुद्धि, अल्पज्ञान या असमर्थता का अहसास होता है तो क्षमा मांग लेता हूँ।
ReplyDeleteप्रणाम