मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

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July 25, 2010

माँ के हाथ कि बनी घुईयाँ की रसेदार सब्जी रोटी और doctored comments

जापान से वापिस आकर अपना देश और अपने देश का खाना बहुत अच्छा लगा । चावल और बन खा खा कर तबियत उकता गयी थी । माँ के हाथ कि बनी घुईयाँ की रसेदार सब्जी और रोटी खा कर लगा कुछ खाया ।
कल से फिर रेगुलर रोटीन का काम शुरू

आज एक ब्लॉग पर एक बनारसी बाबू कि ब्लॉग पर आये कमेंट्स कि सचाई पता चली । क्या वाकयी लोग कमेंट्स
को docter करवा सकते हैं । उफ़ कमेंट्स के लिये क्या क्या करते हैं
नाग नागिन केचुल बदलते हैं सही हैं काश ये सुविधा कुछ इंसानों को भी मिली होती कम से कम वो गंदगी से निजात पा सकते थे

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