मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

July 24, 2009

एक ब्लॉग जिस को पढ़ कर अच्छा लगा

सब कहते हैं नयी पढ़ी अपनी संपदा को नहीं सहेज रही हैं । इस ब्लॉग को देखे आप की राय बदल जायेगी ।

दादा जी का ब्लॉग

ब्लॉग लेखक का नाम अद्वैत राघव और अपने दादा जी की कृतियों और रचनाओ को जिस प्रकार से वो नेट पर सुरक्षित और प्रचारित कर रहे हैं वो निसंदेह प्रशंसा के पात्र हैं ।

6 comments:

  1. आभार लिंक के लिए.

    ReplyDelete
  2. वाकई बढिया प्रयास है !!

    ReplyDelete
  3. रचना जी मेरी राय नहीं बदली
    क्‍योंकि मेरी राय तो पहले से
    ही यही है कि हम अपना रचना
    संपदा को जी जान से संवारें।

    ReplyDelete


  4. इस बेहतरीन सूचना के लिये आभार,
    क्योंकि मैं इस लिंक पर मानवीय भावनाओं की बेहतरीन कवितायें देख रहा हूँ ।
    ब्लागवाणी और चिट्ठा जगत से अलग थलग पड़े हुये इस खोज को साझा करने के लिये आपकी तारीफ़ की जानी चाहिये,
    पर मैं करूँगा नहीं, कर ही न पाऊँगा... आदत तो छूट गयी है !
    तो मिलते हैं इस टिप्पणी के एप्रूव होने के बाद ?

    ReplyDelete
  5. वाकई ब्लॉग बेहतरीन है, और रचनायें उत्कृष्ट । आभार इस लिंक के लिये ।

    ReplyDelete
  6. रचना जी आपने दादा जी की कविताओं और इस ब्लॉग के बारे में अपने ब्लॉग पर लिखा, वह सचमुच काफी प्रोत्साहित करने वाला है। मैंने दादा जी को भी यह बताया वह भी काफी प्रसन्न हुए। सचमुच किसी को प्रसन्नता देना एक बहुत बड़ी उपलब्धि होती है। आपका धन्यवाद।
    -अद्वैत राघव

    ReplyDelete

Blog Archive