मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

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July 09, 2009

ईमेल एड्रेस भी एक घर के पते की तरह होता हैं

नेट से प्राप्त किये किसी भी ईमेल पर या किसी भी विषयगत बात के अर्न्तगत प्राप्त किये गए किसी भी ईमेल पर
क्या आप को अपनी पर्सनल ईमेल भेजने का अधिकार हैं । पर्सनल ईमेल यानी जिसको आप अपने मित्रो को भेजते हैं ।
किसी की ईमेल उसका "पर्सनल" एड्रेस होता हैं । पब्लिक डोमेन मे होने का मे मतलब ये नहीं होता की वो सबके लिये कुछ भी भेजने के लिये खुला हैं ।

क्या आप किसी के भी घर का पता पाकर उसको चिट्ठी भेज सकते हैं या उसके घर जा सकते हैं ।
ईमेल एड्रेस भी एक घर के पते की तरह होता हैं उस पर कौन क्या भेज सकता हैं ये घर के मालिक पर निर्भर करता हैं ।


8 comments:

  1. सही कहा आपने । किसी के भी ईमेल पर बेमतलब की बातें लिख कर भेंजना ठीक तो नहीं ही है ।

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  2. याऽहि त हम भि कहता हूँ,
    आब देखीए न.. हमको लड़की सब का पता ठेकाना सादी करने का वास्ते भेज देता है,
    ई बेक़ूफ़ वेबमास्टर !

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  3. पता मालूम होने से क्या होता है?
    10, जनपथ सबको मालूम है। कितने जा पाते हैं अंदर?

    आप बड़े प्रेम से (जी, ऐसा ही कहा जाता है) किसी भी ईमेल-आई डी/ डोमेन को रोक सकते हैं अपने घर में घुसने से, मेरा मतलब अपने ईमेल में आने से।

    न वह इन-बॉक्स में आ पायेगा, ना स्पैम/ ट्रैश में जा सकेगा। पूरा माल उसी के मुँह पर बाऊँस हो जायेगा :-)

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  4. उस ई मेल एड्रेस को इग्नोर लिस्ट मे डाल दिजिये और आराम किजिये

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  5. लोगो बेहुदे जोक्स वाली ईमेल भेजते हैं और फिर ईद बदल बदल कर अलग अलग नाम से भेजते रहते हैं . ब्लाक करना , बा उन्स करना
    सब आता हैं पर जानना चाहती हूँ क्या उन नामो यहाँ डालना
    सही होगा

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