वो कहते हैं चोर चोर मौसरे भाई
आज अलग अलग गरियाते हैं
कल मिल कर गरियायेगे
सो ना उनसे दोस्ती भली
ना उनसे दुश्मनी भली
कल गले मिलेगे
और कहेगे हमने तो
भुला दिया वो जो बीत चुका
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
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June 15, 2009
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